जाने कैसा होगा कल
जाने कैसा होगा
कल- अच्छा या बुरा,
जाने मेरे चेहरे
पे हँसी होगी या आँखों में आँसू
ऐ वक्त मुझे तू
इतना तो बता दे।
जाने बाहार
आयेगी या नहीं,
जाने कोई राही
साथ होगा की नहीं,
ऐ वक्त मुझे तू
इतना तो इतला कर।
कितने और
इम्तेहाँ तुझे मेरे लेने हैं और बाकी,
कितने और पथरों
से मुझे टकराना हैं और बाकी,
कितने और
तूफांनो से मुझे उलझना हैं और बाकी,
ऐ वक्त क्या तू
मुझसे रूठ सा गया हैं,
या मुझपे
मेहेरबानीयाँ करके ऊब सा गया हैं।
जाने कैसा होगा
कल- ऐ वक्त मुझे तू इतना तो बता दे।
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